
फर्रुखाबाद। कोरोना के बढ़ते कहर के बीच गांव-गांव और शहर के मोहल्लों में काम कर रहीं आशा बहुएं किसी कोरोना योद्धा से कम नहीं हैं। विश्व जनसंख्या दिवस पखवाड़े के अवसर पर शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवाबगंज में परिवार नियोजन के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए प्रथम पंक्ति के कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण किया गया | साथ ही उनको प्रचार सामग्री, कंडोम और माला एन आदि अस्थायी गर्भनिरोधक साधनों का वितरण किया गया जिससे वो अपने क्षेत्र में आने वाले योग्य दम्पतियों को इन साधनों का वितरण कर सकें। इस मौके पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवाबगंज के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ सुमित ने बताया कि दंपति सेवा प्रदायगी जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा 31 जुलाई तक चलाया जाएगा। पखवाड़े के दौरान समुदाय में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए आशा तथा अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को अपने-अपने क्षेत्रों में लगाया गया है।
डॉ सुमित ने जनसंख्या स्थिरता के लिए घर-घर जाकर संवेदीकरण करने पर जोर दिया। उन्होंने जमीनी स्तर पर काम करने वालों के लिए कोविड-19 से बचाव के लिए सभी प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य बताया। साथ ही कहा कि परिवार नियोजन मानव का अधिकार है और इस हक को हासिल करना ही होगा | उन्होंने कहा कि जनसंख्या स्थिरता पखवारे के दौरान आशा कार्यकर्ता मास्क जरूर लगाएं। हाथों को बार-बार साबुन से धोएं। कम से कम दो गज की दूरी से बात करें। घर की कुंडी या दरवाजा न छुए और न खटखटाएं। आवाज देकर परिवार के सदस्यों को बुलाएं व बात करें। इसके अलावा कोरोना सुरक्षा के अन्य मानकों को भी ध्यान में रखें, जिससे वे संक्रमित न हों।
ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक विजय पाल ने बताया कि आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर परिवार नियोजन के साधन, कंडोम, माला एन, साप्ताहिक गर्भनिरोधक छाया गोली और इमरजेंसी पिल्स अपनी एएनएम से सलाह लेकर बांटेंगी। इसकी सूचना हर दिन एएनएम के माध्यम से सीएचसी पर आएगी और सीएचसी से सूचना को जिले पर भेजा जाएगा। इसके अलावा सीएचसी पर अंतरा इंजेक्शन, कापर टी आदि की सेवा हर दिन इच्छुक दंपतियों को दी जाएगी।
यूनिसेफ के प्रतिनिधिविपिन सिंघल ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्र में योग्य दम्पतियों को बताना है कि अंतरा इंजेक्शन तीन महीने पर लगवाना होगा, परिवार नियोजन के तरीकों में आईयूसीडी, माला-एन, छाया, निरोध, इमरजेंसी पिल्स, पीपीआईयूसीडी में जिनकी जो आवश्यकता है उसे उस हिसाब से देना है। इन तरीकों को अपनाने से परिवार नियोजन में मदद मिलेगी। इस मौके पर बीपीएम पियूष, और आशा कार्यकर्त्ता आदि मौजूद रहीं।